श्री श्री श्री 5 पद्मावतीपुरी धाम के ब्रम्हमुनि ''कामदार''
श्री श्री श्री 5 पद्मावतीपुरी धाम के ब्रम्हमुनि ''कामदार'' जिन्हे महामति श्री 108 प्राणनाथ जी ने सुंदरसाथ की व्यवस्था पूर्ण से संचालित करने के लियें श्री सुंदरसाथ समूह में ही जिसे परम कर्तव्य निष्ठ सेवा पारायण समझा उसे श्री सुंदरसाथ जी की सर्वागीण सेवा के लियें ''कामदार पद'' की मानद उपाधि से अलंकृत किया । उन्ही सर्वश्रेष्ठ कामदार ब्रम्हमुनि के नाम दियें, जिन्होने संवत 1735-36 से 2019 तक पद की गरिमा को सुसोभित किया।
1.ब्रम्हमुनि श्री गरीबदास जी महाराज
2.ब्रम्हमुनि श्री लालदास जी महाराज
3.ब्रम्हमुनि श्री वृंदावनदास जी महाराज
4.ब्रम्हमुनि श्री लालदास जी महाराज
5.ब्रम्हमुनि श्री परमसाध्वी लालबाई
6.ब्रम्हमुनि श्री मल्ला जी महाराज
7.ब्रम्हमुनि श्री नोने जी महाराज
8.ब्रम्हमुनि श्री मन्ना जू महाराज
9.ब्रम्हमुनि श्री खुमानदास जी महाराज
10.ब्रम्हमुनि श्री कल्याणदास जी महाराज
11.ब्रम्हमुनि श्री उत्तमदास जी महाराज
12.ब्रम्हमुनि श्री निर्मलदास जी महाराज
13. ब्रम्हमुनि श्री छबीलदास जी महाराज
14. ब्रम्हमुनि श्री गोपालदास जी महराज
15. ब्रम्हमुनि श्री राज बक्श जी महाराज
16. ब्रम्हमुनि श्री सुन्दरदास जी महराज
17. ब्रम्हमुनि श्री भजनदास जी महाराज
18. ब्रम्हमुनि श्री जुगलदास जी महाराज
19. ब्रम्हमुनि श्री नन्दकुमार जी महराज
20. ब्रम्हमुनि श्री पं.चेतन दत्त जी महराज
इसी के अर्तगत समयानुसार कामदार के नीचे एक पंच कमेटी का निर्माण भी किया जाता था, क्योकि सुन्दरसाथ की देखरेख मंदिर की व्यवस्था में कोई भी अड़चन न आये, क्योकि कामदार का पद एक गरिमामयी होता था, पूज्यनीय होता था, उसकी भी एक मर्यादा होती थी, कामदार के निर्दशन के अनुसार ही पंच कमेटी कार्य करती थी ।
श्री पदमावतीपुरी धाम के स्थानिय सुन्दरसाथ जी द्रारा जो हमें रिकार्ड उपलब्ध हुआ, उसमें कमेटी निर्माण संबधित पदाधिकारी, कर्मचारी, के नाम इस प्रकार से लेखबद्र किया है ।
रिकार्ड़ उपलब्ध अनुसार सन् 1895 की पंचकमेटी के पदाधिकारी के नाम इस प्रकार से है ।
1. श्री भाई चतुरदास जी,,
2. श्री भाई लक्ष्मनदास जी, ,
3. श्री भाई दरबारीलाल जी,,
4. श्री भाई कल्याणदास जी,,
5. श्री भाई हजूरी घनश्यामदास जी, ,
6. श्री भाई गुलाबदास जी ठाकुर,,
7. श्री भाई भैयालाल जी ‘’हर धर्म में शामिल रहना’’‘’हर धर्म में शामिल रहना’’
सन् 1923-24 में श्री पद्मावती प्रबंध कमेंटी का निर्माण या स्थापना श्री पद्मावती धाम पन्ना के स्थानिये धामी सुन्दासाथ जी की मंजुरी लेकर सेठ वखतराम जी बच्छराज जी इन्दौर वालों के सुपुत्र श्री सेठ मांगीलाल जी भंडारी एंव सेठ लाल जी डूंगरसी मुम्बई वालों ने सम्वत 1980 में नरवीर हिन्द केसरी बुन्देला महाराजा श्री छत्रशाल जी के वशंज महेन्द्र महाराज श्री यादवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हुई।
कमेटी में पदाधिकारी मेम्बर इस प्रकार से है –
1. श्री भाई सेठ लाल जी डूगरसी ‘’मुम्बई’’
2. श्री भाई सेठ मांगीलाल जी भंडारी ‘’इंदौर‘’
3. श्री भाई मान चौधरी सुंदरदास जी कमालिया ‘’हाल पाकिस्तान’’
4. श्री भाई सेठ महंत बल्लभदास जी गोधरा
5. श्री भाई सेठ नारायणदास किशुनदास ‘’मुम्बई’’
6. श्री भाई भग्गू भाई डाह्रय भाई ‘’सूरत’’
7. श्री भाई कन्हैयालाल जी रामपाल विहानी ‘’मुम्बई’’
8. श्री भाई मोहरीराम पुन्नूशाह भावलनगर पंजाब ‘’हाल पाकिस्तान’’
9. श्री भाई राजबिहारी लाल वकील ‘’रीवा’’
10.श्री भाई चौथमल्ल जी भंडारी रोकडिया ‘’इन्दौर’’
स्थानीयें धामी सुंदरसाथ जी प्रमुख
1. श्री मान् कामदार साहब भाई श्री सुंदरसाथ जी
2. श्री कामदार साहब भाई श्री भजनदास जी
3. श्री भाई गुलाबदास जी ठाकुर
4. श्री भाई परषोत्तमदास जी
5. श्री भाई कल्यानदास जी
6. श्री भाई पूरनदास जी
7. श्री भाई नंददास जी
8. श्री भाई जुगलदास जी
9. श्री भाई वंशीदास जी मुल्तानी
10.श्री भाई पन्नालाल जी रतनदास जी पुजारी
विक्रम सम्वत 1984-86 सन् 1927-29 का कार्यभार
बाहरी सुन्दरसाथ जी पदाधिकारी व मेंम्वर के नाम
1. श्री मान् सेठ लाल जी ठूगरसी ‘’मुम्बई’’सभापति ‘’मुम्बई’’सभापति
2. श्री भाई जी मांगीलाल जी भंडारी इन्दौर ‘’उप सभापति’’‘’उप सभापति’’
3. श्री भाई चौधरी बहादुर चंद जी कमालिया ‘’हाल पाकिस्तान’’पूर्व पंजाब ‘’हाल पाकिस्तान’’पूर्व पंजाब
4. श्री भाई चौधरी सुन्दरसाथ जी कमालिया
5. श्री भाई कन्हैयालाल रामपाल विहाणी ‘’मुम्बई’’सचिव’’‘’मुम्बई’’सचिव’’
6. श्री भाई मोरिसा पुनुसा तनेजा भावलनगर ‘’हाल पाकिस्तान’’पूर्व पंजाब उप मंत्री ‘’हाल पाकिस्तान’’पूर्व पंजाब उप मंत्री
7. श्री भाई सेठ नारायणदास करसनदास मुम्बई मेंम्बर
8. श्री भाई सेठ भग्गूभाई डाह्राया भाई सूरत
9. श्री भाई नंदलाल जी भंडारी इन्दौर
10. श्री भाईमोहनलाल जी भंडारी इन्दौर
11. श्री भाई मंहत बल्लभदास जी परषोतमदास जी गौधरा
12. श्री भाई नटरवर दमोदर वकील गोधरा
13. श्री भाई वैजनाथ जी भंडारी कलकत्ता
14. श्री मिस्त्री दानाभाई कच्छ विडीवाला
15. श्री भाई दीपचंद जी कालड़ा मीन्टगुमरी मेम्बर
16. श्री भाई हुकमचंद जी सलामतराम भावलनगर मेम्बर
श्री 5 पद्मावतीपुरी धाम के स्थानीय धामी भाईयों सुंदरसाथ जी के मेम्बर धाम—कमेटी
1. श्री मान् कामदार साहेब श्री जुगल दास जी गोपालदास जी ‘’प्रमुख’’
2. श्री भाई परषोतमदास जी रतनदास जी ‘’मेम्बर’’
3. श्री भाई जी पूरनदास जी रोकडि़या ‘’मेम्बर’’
4. श्री भाई जी पं. राजदास जी गुलाबदास जी ‘’मेम्बर’’
5. श्री भाई जी चतुरदास जी हेमराज जी ‘’मेम्बर’’
6. श्री भाई जी कल्याण जी चतुरदास जी ‘’मेम्बर’’
7. श्री भाई जी भैयालाल जी मानसदास जी ठाकुर ‘’मेम्बर’’
8. श्री भाई जी वल्लभदास जी ‘’मेम्बर’’
विक्रम सम्वत 1991–92 सन् 1934-35
1. श्री मान् कामदार साहेब श्री भाई जी जुगलदास जी ‘’प्रमुख’’
2. श्री भाई जी छोटेलाल जी ‘’मेम्बर’’
3. श्री भाई पंडि़त राजदास जी ‘’मेम्बर’’
4. श्री भाई पुजारी श्री रतनदास जी ‘’मेम्बर‘’
5. श्री भाई भैयालाल जी ‘’मेम्बर’’
6. श्री भाई जी पूरनदास जी ‘’मेम्बर’’
7. श्री भाई जी जवाहरलाल रोकडिया ‘’कर्मचारी’’
8. श्री भाई जी मुन्नीलाल जी ‘’मुसद्दी’’
9. श्री भाई जी शंकरदास जी ‘’भंडारी’’
विक्रम सम्वत 1993-96 सन् 1936-39 तक ‘’साभार चतुरवार्षिक रिर्पोट’’
1. श्री मान् सेठ मागीलाल जी भंडारी इन्दौर ‘’प्रेसीडेन्ट’’
2. श्री चौधरी बहादुरचंद जी कमालिया ‘’वाइस प्रेसीडेन्ट’’
3. श्री कन्हैयालाल विहाणी ‘’ज्वाइंट सेकेट्री’’
4. श्री भाई लीलाधर मूल जी ‘’ज्वाइंट सेकेट्री’’
5. श्री भाई दानाभाई विश्राम जी ‘’मेम्बर’’
6. श्री भाई भगत मोतीलाल जी वकील ‘’मेम्बर’’
7. श्री भाई मधुरदास जी वकील ‘’मेम्बर’’
8. श्री भाई भग्गूभाई डाह्रयाभाई ‘’मेम्बर’’
9. श्री भाई बैजनाथ भंडारी ‘’मेम्बर’’
10. हीरालाल जी इलाहाबाद ‘’मेम्बर’’
11. मास्टर ब्रजलाल जी ‘’मेम्बर’’
12. श्री भाई मोहनलाल माधवजी ‘’मेम्बर’’
13. श्री भाई नंदलाल भंडारी ‘’मेम्बर’’
श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट का गठन
मुक्तिपीठ श्री 5 पद्मावती पुरी धाम (पन्ना) से लेकर भारत में अन्यत्र कहीं भी महाप्रभु स्वामी श्री प्राणनाथ जी के चरण पड़े थे, उन जगहों पर धार्मिक केन्द्र स्थापित किये गये थे और महाप्रभु द्वारा अवतरित श्री कुलजम स्वरूप, तारतम्यसागर (श्री मुखवाणी) महा ग्रन्थ की हस्तलिखित प्रतियाँ देकर ब्रह्ममुनि विद्वान महात्माओं को देश देशान्तरों में अखण्ड मोक्ष प्रदायक धार्मिक सिद्धान्तों के प्रचारार्थ जनकल्याण के लिये भेजा गया था । यह जनजागरण व्यवस्था आज भी चल रही है । इस पावन पुनीत श्री 5 पद्मावती पुरी धाम (पन्ना) की, आर्थिक, सामाजिक व आध्यात्मिक समस्या की पूर्ति भारत के देश-देशान्तरों के प्रणामी धर्मानुयायी (सुन्दरसाथ) द्वारा होती आ रही है । यहाँ के सम्पूर्ण मन्दिरों की व्यवस्था प्राचीन समय से ही महाप्रभु के साथ आये हुये ब्रह्ममुनियों के वंशज स्थानीय सुन्दरसाथ (धामी भाइयों) द्वारा मिलजुलकर कमेटी द्वारा होती आई है जिसमे समय-समय पर देश-विदेश के सुन्दरसाथ जी का भी सहयोग प्राप्त होता रहा है ।
कालान्तर में समय की परिस्थिति को, प्रणामी धर्मावलम्बियों के विचारों को एवं मंदिर का हित देखते हुये धाम वृहत कमेटी (धामी सुन्दरसाथ जी) ने मिलकर इस बात का निर्णय लिया कि मंदिर की सुव्यवस्था हेतु एक ट्रस्ट कमेटी का निर्माण होना अत्यावश्यक है जिसकी सूचना आप सभी सुन्दरसाथ जी को 'चेतावनी' हेण्डबिल द्वारा ता: 05/12/56 को दी गई थी । अस्तु, समस्त सुन्दरसाथ जी ने विचारकर धर्म-अग्रगण्य श्रीमान सेठ गोर्धनदास जादव जी बम्बई वालों से परामर्श सम्पर्क साधा । सेठ जी ने बड़ी उदार भावना से प्रेरित होकर ट्रस्ट डीड के रूप में एक प्रपत्र तैयार कराया जिसको धाम सुन्दरसाथ जी ने मान्यता दी । उसमें 7 स्थानीय ट्रस्टी व भारत के विभिन्न प्रान्तों के 14 ट्रस्टीगण रखने का प्रावधान रखा गया । धाम सुन्दरसाथ जी ने अपने समुदाय में से 7 स्थानीय सदस्यों को चुन कर दिया और 14 सदस्यों के नाम सेठ जी के परामर्श से दिये गये, जिसका उल्लेख ट्रस्ट डीड में है । इस प्रकार 21 सदस्यों की कमेटी का गठन धाम वृहत कमेटी द्वारा किया गया जिसका नाम श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट (श्री 5 पद्मावती पुरी) धाम पन्ना रखा गया । कानूनी ढंग से रजिस्ट्रेशन कराने के लिये तत्कालीन श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर कार्य कारिणी समिति के प्रेसीडेन्ट श्री भाई नारायण दास जी ने श्री रजिस्ट्रार (जिलाधीश) पन्ना की अदालत में ता० 03/04/50 को एक प्रार्थनापत्र मय ट्रस्टडीड की प्रति संलग्नकर प्रस्तुत किया और ता० 30/04/61 को रजिस्ट्रार द्वारा इसका पंजीयन हुआ । वहाँ से ट्रस्ट ने अपना कार्य शुरू किया जो शासन के नियमानुसार परिवर्तन होते हुए लगातार कार्य कर रहा है । ट्रस्ट बोर्ड में आवश्यकता अनुसार कई परिवर्तन किये गये जिसमें ट्रस्ट के स्थानीय न्यासियों की संख्या 7 से बढ़ाकर 8 की गई एवं विविध प्रांतों के सदस्यों की संख्या 20 की गई एवं कार्यकारणी सदस्यों को भी मनोनीत किया गया ।
वर्तमान समय में 2021-22 में इस ट्रस्ट के न्यासियों का निर्वाचन हुआ एवं सदस्यों व कार्यकारणी सदस्यों को मनोनीत किया गया । तबसे आजतक ट्रस्ट के सभी कार्य सफलतापूर्वक संचालित किये जा रहे है । वर्तमान में श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर, भोपाल, श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर, रायगढ़ छत्तीसगढ़, भांडेर प्रणामी मंदिर, गुड़ा प्रणामी मंदिर का संचालन श्री 108 श्री प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया जाता है ।
श्री 108 प्राणनाथजी मंदिर ट्रस्ट (श्री पद्मावती पुरी) धाम, पन्ना ने वर्ष 2021-22 से श्री 108 प्राणनाथजी मंदिर की व्यवस्था का भार लिया तबसे वर्ष 2023-24 तक का आय-व्यय का सम्पूर्ण हिसाब, ट्रस्ट बोर्ड द्वारा अब तक किये गयेकार्यों का विवरण हर वर्ष मार्च माह में बोर्ड मीटिंग मेंप्रस्तुत किया जाता है । प्रारम्भ से ही ट्रस्ट बोर्ड के सामने कई कठिनाइयाँ आई किन्तु श्री राज जी की असीम कृपा से उनसे मुक्ति पाते हुये ट्रस्टबोर्ड श्री 108 प्राणनाथजी मंदिर की जो भी सुव्यवस्था कर सका है, उसमें समस्त श्री सुन्दरसाथ जी का तन-मन-धन से सहयोग प्राप्त हुआ है । यह उसी का प्रतिफल है कि आज ट्रस्ट द्वारा निर्णीत वृहत योजनायें सफल हो रही हैं । हमें आशा है कि धर्म प्रेमी सुन्दरसाथ जी अपना सर्व प्रकार का सहयोग देकर दोनों लोक में यश के भागी बनेंगे ।
॥ प्रणाम ॥