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श्री निजानंद संप्रदाय का परिचय 

                                                                    श्री निजानंद संप्रदाय - (श्रीकृष्ण प्रणामी धर्म)

धर्मप्रेमी सज्जनो,

सृष्टि के प्रारंभ से ही मनुष्य में यह जानने की जिज्ञासा रही है कि में कौन हूँ ? कहाँ से आया हूँ ? इस सृष्टि का निर्माता कौन है ? वह सच्चिदानंद परब्रह्म कहाँ है ? कैसा है ? और वह कैसे प्राप्त होता है ? मनीषी जनों ने इन प्रश्नों का यथावत् जबाव पाने का भरसक प्रयास किया, किन्तु तारतम ज्ञान के अभाव में किसी को भी उसकी प्राप्ति का आँखों देखा सही उत्तर न मिल सका।

इस तारतम ज्ञान (ब्रह्मवाणी) को लाने वाले पूर्णब्रह्म स्वरूप श्री प्राणनाथ जी हैं जिन्होंने श्री मेहराज ठाकुर के कलेवर में विराजमान होकर लीला की । पुराण संहिता में इस संबंध में कहा गया है - 


                                                 सुन्दरी च इन्दिरा नामाभ्यां चन्द्रसूर्ययोः । मायान्धकार विनाशाय भविष्यतः कलौयुगे ।।

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श्री 108 प्राणनाथजी मंदिर ट्रस्ट की अन्य संस्थाए 


श्री प्राणनाथ गौशाला

श्री प्राणनाथ गौशाला में कुल 15-16 गाय हैं । जिनकी देखरेख मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की जाती हैं ।  

श्री प्राणनाथ वृद्धाश्रम 

हमारे वृद्धाश्रम में वृद्ध महिला सुंदरसाथ रहती हैं । जिनकी देखरेख मंदिर ट्रस्ट द्वारा की जाती हैं । 

श्री प्राणनाथ अस्पताल 

हमारे अस्पताल में मुफ़्त चिकित्सा की जाती है और आयुर्वेदिक दवाइयाँ दी जाती हैं । 

श्री कृष्ण निजानंद स्कूल  

हमारे स्कूल में गरीब छात्र - छात्रों को मुफ़्त में शिक्षा प्रदान की जाती है । हमारे स्कूल में करीब 150 बच्चे पढ़ते हैं । 

श्री प्राणनाथ बाराहमासी भोजनालय

बाराहमासी भोजनालय में सुबह चाय- नास्ता, दोपहर का भोजन, शायं को चाय और रात्री भोजन कराया जाता है । 

श्री प्राणनाथ सार्वजनिक पुस्तकालय 

हमारे पुस्तकालय में प्रणामी धर्म की सभी पुस्तके व अन्य साहित्य उपलब्ध हैं । 

श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट द्वारा सामाजिक कार्य, धार्मिक कार्य व नवनिर्माण कार्य 

श्री प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा आम लोगो को ठंण्डा पानी उपलब्ध कराने कलेक्टर कार्यालय को दान किया वाटर कूलर, कलेक्टर ने किया शुभारंभ

श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट द्वारा सुंदरसाथ जी की सुविधा हेतु लंगर हॉल की जगह पर भव्य सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य कार्यरत है । 

सृष्टि के प्रारंभ से ही मनुष्य में यह जानने की जिज्ञासा रही है कि में कौन हूँ ?

वर्ष 2024 के प्रणामी त्योहार 

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Recent Pranami Fastivals

महामति श्री प्राणनाथ जी व्रत तिथि 

धर्म परायण सुंदरसाथ जी ! प्रणाम ! 

तीज और चौथ महामति श्री प्राणनाथ जी की अंतर्ध्यान तिथि है । इस वर्ष दिनांक 23/07/2024 को तीज और 24/07/2024 को चौथ का व्रत होगा । तथा 25/07/2024 को पंचवी मेला (भंडारा) होगा ।  

रक्षाबंधन (श्रीजी एवं छत्रसाल जी का मिलन)

दिनांक 19/08/2024 के दिन रक्षाबंधन का त्योहार है । आज से 350  वर्ष पूर्व आज ही के दिन परमधाम की श्री इन्द्रावती सखी महामति श्री प्राणनाथ जी और श्री साकुण्डल सखी महाराजा छत्रसाल जी का प्रथम मिलन हुआ था ।